जैसा नाम वैसा ही चमत्कारी
काम !!!!! श्री भैरवदेव जी का यह चमत्कारी
यंत्र सोने को अपनी तरफ खीचने में बहुत शक्तिशाली
है इसी लिए इस यंत्र का नाम स्वर्ण को अपनी तरफ खीचने वाला महा शक्ति शाली
यंत्र है अगर आप इस यंत्र की पूजा पूरे विधि विधान और मन्त्रो सहित करेगे तो यह
प्रयोग अचूक अतिशीघ्र फल देने वाला होता है
आपको इसका अवश्य लाभ होगा |
श्री भैरव यंत्र की पूजा का
विधि :-
इस यंत्र की पूजा के लिए आप किसी महाज्ञानी और बुद्धिमान पंडित से कोई
शुभ महूर्त निकलवा ले | फिर इस सोने को आकर्षित करने वाले चमत्कारी यंत्र को शुद्ध
सोने और या चांदी की धातु के पतरे पर भी बनवा सकते है | आप भोज पत्र भी अष्ट गंध
की स्हाई से बनवा ले | पूरे विधि पूर्वक शुद्ध मंत्रो द्वारा सिद्ध करके प्राण
प्रतिष्ठादि युक्त करवा ले | अगर आप सोने नही तो चांदी के अमुलेट (ताबीज) में भी
बनवा सकते है |
कारोबार को
बढ़ाने वाला आसान मन्त्र
|
जप करने के लिए माला : - मन्त्रो द्वारा सिद्ध की
हुई लाल हकीक की माला |
पूजा के लिए उपयुक्त समय : -
यह जाप आप दिन या रात में किसी भी समय |
पूजा के लिए उपयुक्त दिन : - रविवार के दिन |
पूजा में पहने वाले जरूरी
कपड़े : - सिर्फ सफेद रंग की धोती |
जप के लिए उपयुक्त आसन : - सफेद रंग का सूती आसन |
जप करने की संख्या : - 10,000 बार
|
कितने दिन में जप करने है :
- 10 दिन तक |
जप के लिए उपयुक्त दिशा : -
इस साधना को करने के
लिये आप पश्चिम दिशा की तरफ अपना मुहँ करके बैठे |
पूजा के लिए उपयुक्त दिन : - रविवार |
जाप में उपयोग होने वाल
जरूरी सामान : - एक खाली बर्तन ,100 ग्राम सिन्दूर भारी वजन वाला ,शुद्ध सरसों के तेल का
दिया, लोबान और धूप और मंत्रो से सिद्ध कि हुई प्राण प्रतिष्ठादियुक्त सिगड़ी |
जाप में उपयोग होने वाला
मन्त्र :-
|| ॐ
आकर्षण स्वाहा ||
इस उपाये को करने की सरल
विधि :- यह जाप आप किसी भी रविवार से शुरू कर सकते है | सबसे पहले आप स्नान से
शुद्ध हो जाए | उसके बाद किसी खाली बर्तन में सिन्दूर रख ले और फिर सिन्दूर के ऊपर
मंत्रो से सिद्ध कि
हुई सिगड़ी रख दे | फिर उसके बाद आप लाल
हकीक की माला से दिया हुआ मन्त्र जप करे | 11 दिन बाद जब आप 10,000 बार मन्त्र जाप
पूरा हो जाये | उसके बाद आप यह
मंत्रो से सिद्ध कि हुई
प्राण प्रतिष्ठादियुक्त सिगड़ी को सिन्दूर के साथ अपनी दुकान या जहाँ पर भी आप काम
करते है उस स्थान के सामने दबा दे | उसके बाद इसके असर से जो भी व्यक्ति आपके
कारोबार में नुकसान पहुचने की कोशिश कर रहा हो या कोई आदमी आपको कष्ट दे रहा हो तो
वह इस सिगड़ी के असर से खुद ही शांत हो जाएगा और आपको नुक्सान पहुचने की बजाये आपको
काम में मदद करेगा | और जब तक यह मंत्रो से सिद्ध कि हुई प्राण प्रतिष्ठादियुक्त
सिगड़ी आपकी काम करने के स्थान के आगे दबी रहेगी तब तक आप और आपका काम सुरक्षित
रहेगा और कोई भी आपको कष्ट पहुचाने के बारे में नही सोचेगा |
dhan or vaibhav ke liye aakarshan mantra, ka prayog kiya jaata hai isko hum bhairav sadhna bhi kaha sakte hai , bhairav nath ji ki kripa se koi bhi vyakti apni shakti ka pahchaan sakta hai or uske anuroop karya bhi kar sakta hai , jab bhi koi vyakti kisi karya ko anjaam deta hai ya phir uski surekha ke liye prayas karta hai bhairav ji bhi aapki madad karte hai, bhairav ji ki sadhna or shakti ki mahima aprampaar hai, inki daya or kripa se aapko dham or sampatti or dault ki kabhi kami nahi ho sakti hai, ,
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