How to control labor pain by Tantra
During the labor pain in female our sisters have to face the unbearable
pain, it is like a meeting with Yamraj, in our ancient books there are so many
Tantra which can be use to reduce the labor pain. In old time when there were
no hospital and medical facility then Midwife or obstetrician were used to with
these Tantra.
These tantra were used to get relief in labor pain.
1 “Asoode ke plant ki Root” Root of Adoose Plant can be bind
at the waist or loin of Procreative. It can reduce the labor pain and helps in smooth
delivery.
2 Magnet Stone can be given in hand of Childbearing lady at
the delivery time. it can reduce the problems in labor pain.
3 At the time of Delivery if some salt in a knot of red cloth
is bound at waist of Obstetrics lady then it can help in successful delivery
without too much anguish.
4 “Dhature ki Jad” kar paryog bhi parsav peeda mein labh deta
hai.
5 snakeskin or slough of snake can be put in red cloth at
Nitambh Parts of the childbearing lady while labor pain . it will reduce the soreness
in delivery.
6 The pang can be reduce while accouchement of new baby if
root and leaves of Gunja is put under the waist of parturition lady .
7 The roots of banana tree or The neem tree or Sambhalu ki
Jad , can be put around the in small size with a Cotton thread, it can reduce
the labor pain.
8 if we put the powder of soth or Ginger or Apamarg ki Jad, powder
of Apurva ki Jad, in the vagina at the time of labor pain , it can help in
successful delivery.
प्रसव व्याधि
नाशक तंत्र
प्रसव के दौरान हमारी बहनो और माताओं को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कभी कभी तो प्राणो का संकट भी आ जाता है।
हमारे शास्त्रो में इस प्रकार की समस्याओं का समाधान तंत्रो के माध्यम से बताया गया है। कुछ ऐसे सरल उपाय बताये गए है जिनसे आपकी समस्या का समाधान हो सकता है। पुराने ज़माने में जब डॉक्टर और हॉस्पिटल नहीं होते थे तब हमारी पुरानी बूढ़ी दाई ये ही प्रयोग करती थी जिससे पीड़ा में राहत मिलती थी।
आप निम्न लिखित उपाए कर सकते है।
१ अडूसे के पोधे की जड़ आप पहले से ही किसी शुभ मुहर्त में घर पे
लाकर रख सकते है। प्रसव के समय कच्चे सूत के
धागे से बांद कर गर्भिणी की कमर पे बंद दे।
इस प्रयोग से प्रसव में बाधा दूर होती है।
२ चुम्बक पत्थर का टुकड़ा गर्भिणी के हाथ पे रख दे तो प्रसव में सरलता
होती है।
३ प्रसव
के समय यदि एक लाल कपडे में नमक लपेटकर प्रसूता के कमर पे बांध दे तो प्रसव में सुविधा
रहती है।
४ धतूरे की जड़ कमर पे बांधने से प्रसव में आराम रहता है।
५ सांप की केचुली स्तरी के नितम्ब प्रदेश में बांधने से प्रसव सुख
पूर्वक होता है।
६ गूंजा ( घुंघुची ) की जड़ के सात टुकड़े करे और उसकी सात पत्तिया
भी ले। ये पत्ती और जड़ दोनों स्त्री की कमर
पे बंधने से प्रसव पीड़ा में आराम होता है।
७ नीम की जड़ , केले की जड़ , सम्भालू की जड़ और कलिहारी की जड़ ( ये एक विषेला पौधा है अतः सावधानी
से इस्तेमाल करे )
८ प्रसव के समय महिला के गुप्तांग में निम्न लिखित वस्तुए रखने से
भी लाभ होता है।
सोंठ की जड़, अपामार्ग की जड़ , पुनर्वा की जड़ का चूर्ण।
effective and important post
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