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Chandra Shanti Ke Upay | चन्द्र देव शांति के उतम उपाय

चन्द्र देव शांति के उतम उपाय

जिनकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर हो या दुष्ट ग्रहों से दूषित हो उन्हें चन्द्र शांति के कुछ उपाय अपनाने से लाभ मिलता है और ग्रहजनित पीड़ा शांत होती है | यहाँ हम चन्द्र ग्रह शांति के कुछ अचूक उपाय बता रहे है जिनसे हमारे पाठकों को लाभ मिलेगा |

 १- जब चन्द्र कमजोर हो धन की कमी सदा बनी रहती हो तब जातको को चंद्र्यंत्र युक्त मुक्ता (मोती) पहनने से लाभ मिलता है |

 २-  चंद्रमा जनित कष्ट दूर करने के लिए पूर्णमासी का व्रत करना चाहिए और सत्यनारायण भगवान की कथा सुननी चाहिए एवं चन्द्र मंत्र अनुष्ठान का आयोजन विधि पूर्वक करना उचित रहता है |

 ३-  रात को सोते समय थोडा सा दूध एक छोटे लौटे में अपने बिस्तर के सिरहाने रख कर सोये और सवेरे उठ कर वो दूध कीकर के पेड़ या यगीवृक्ष में सींच दे तो चन्द्र दशा शांत होती है |

 ४-  अपनी चारपाई के पायों में चांदी की कील बनवा कर गाड़ दे चन्द्र जनित दोष शांत होते है |

 ५- किसी नदी, नहर या गंगा नदी में महीने में एक बार जरूर स्नान करे |

 ६- घर के अंदर या छत के नीचे कुआँ या पंप नहीं लगवाना चाहिए |

 ७- चन्द्र पाप ग्रहों से पीड़ित हो तब चन्द्र से सम्बंधित चीज़ों का दान करना लाभदायक होता है ये दान पांच,ग्यारह या तेंतालीस दिनों तक करना चाहिए |

 ८- यदि कुंडली में चंद्रमा केतु के साथ विराजित हो तब जीविकोपार्जन में बाधा डालता है अतः ऐसे जातको को गणेश जी की पूजा करनी चाहिए |

 ९- यदि चन्द्र कमजोर हो तब कैल्शियम की कमी शरीर में हो जाती है तो कैल्शियम की दवा देनी चाहिए विशेषत जिनकी हड्डियाँ कमजोर है उन बच्चों को जरूर देनी चाहिए | दूध का सेवन करना चाहिए.
Chandra Shanti Ke Upay , चन्द्र देव शांति के उतम उपाय

 १०-                  जब चन्द्र निर्बल स्तिथी में हो तब माँ गौरी या पराम्बा की भक्ति आराधना करने से लाभ होता है |

 ११-                  चावल,चांदी व दूध का दान करना अच्छा रहता है |

 १२-                  चन्द्र शांति के लिए सप्त सोमवार नहाने के पानी में मोती, शंख, सीप , कुमुद के फूल, और पंच तत्व (दूध,घी,शहद,दही,गंगाजल) मिलाकर नहाने से ग्रहशांति होती है |

 १३-                  प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ करना लाभदायक रहता है इससे मन भी शांत रहता है |

 १४-                  जिनका चन्द्र ख़राब हो उन्हें सावन के सोमवार और सोम प्रदोष व्रत करने चाहिए |

 १५-                  सदैव दक्षिणावर्ती शंख जो मंत्रित व सिद्ध हो उसकी पूजा करनी चाहिए |

 १६-                  प्रत्येक सोमवार को बबूल की झाड़ियों में दूध सींचे |

 १७-                  चांदी के बर्तन में जलपान करे |

 १८-                  ९ रत्न जड़ा श्रीयंत्र गले में पहनना चाहिए |

 १९-                  सदैव शिव जी की पूजा करनी चाहिए यह सरल और सच्चा उपाय है |

 २०-                  दुर्गा सप्तशती का पाठ करना सभी कार्यों में सिधिदायक होता है |

 २१-                  अनिष्ट से बचाव के लिए बच्चे के गले में चांदी का चन्द्र व सूर्य बनवा कर पहनाये तो बच्चे सुरक्षित व निरोगी रहते है |

 २२-                  सोमवार के उपवास ५,११,या ४३ सोमवार करने चाहिए |

 २३-                  १२ स्थापित ज्योतिर्लिंगों के दर्शन व पूजन से ग्रह जनित दोष दूर होते है |

 २४-                  जब भी बारिश में ओले पड़े तब ओले शीशी में भरकर रखे और घर में गंगाजल कभी ख़त्म ना होने दे |

 २५-                   चन्द्र कुंडली में अच्छी स्तिथी में हो तब चन्द्र की वस्तुओं का दान नहीं करना चाहिए इससे उच्च ग्रह का प्रभाव क्षीण हो जाता है |

 २६-                  स्फटिक श्रीयंत्र को गृह में स्थापित करके प्रतिदिन पूजा करनी चाहिए और श्री सूक्त के मन्त्रों का उच्चारण रोज करना चाहिए |

 २७-                  सदा ॐ नमः शिवाय का जप करे यह संभव न हो तो कम से कम एक माला जरूर करनी चाहिए |

 २८-                  एक या पांच मुखी रुद्राक्ष को घर के मंदिर में रखे और पूजा करनी चाहिए |

 २९-                  हर रोज़ पारद शिवलिंग का अभिषेक करे तो समस्त परेशानियाँ दूर होती है |

 ३०-                  प्रति सोमवार या पूर्णमासी को ३ श्वेत फूल नदी या नहर में बहा दे या किसी कूप में भी डाल सकते है |

 ३१-                  अभिमंत्रित चैतन्य (जागृत) पारद शिवलिंग ले और रोज़ उसकी पूजा करे तो चन्द्र ग्रह जनित दोष शांत होते है |


 ३२-                   वृक्षारोपण करे ,  मन को शांत रखे और बड़ो का आदर करे , इन सभी तरीकों से चन्द्र शांति होती है .

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